औरंगज़ेब का नाम आते ही गुस्सा क्यों आता हैं?

तीत के इतिहास को एक खास आइने से देखना-दिखाना, सांप्रदायिक ताकतों का सबसे बड़ा हथियार होता है। दूसरेसमुदायों के खिलाफ नफरत की जड़ें, इतिहास के उन संस्करणों में हैं, जिनका कुछ हिस्सा हमारे अंग्रेज़ शासकों ने निर्माण किया

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इब्ने खल्दून : राजनैतिक परिवार से उभरा समाजशास्त्री

रबी उर्दू इतिहासलेखन पर इब्ने खल्दून का सर्वाधिक प्रभाव है। वे सिर्फ इतिहासकार नहीं बल्की एक अर्थशास्त्री भी रहे हैं। इस्लाम के अर्थशास्त्र का सामाजिक परिणाम और उसके स्वरुप कि चर्चा सबसे पहले खल्दून ने ही सफल रुप से की है। खल्दून के इतिहास

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मराठा इतिहास के इबारत में डी बॉन का स्थान क्यों अहम हैं?

जो किया इतनी शिद्दत से किया कि उस पर ग्रंथ लिखे जा सकते हैं। वह भारत में यूरोपियन यायावरों का ऐसा दमकता चेहरा था जो अपने सिद्धांतों पर चला करते थे।

पूरी तरह समर्पित रहा। उसने सेनाओं को आधुनिक बनाया रणनीतियों में समृद्ध किया पैसा

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क्या हैं, चर्च से मस्जिद बने ‘अया सोफ़िया’ कि कहानी?

बात करीबन पांच सौ साल पुरानी हैं, जब क़ुस्तुनतुनिया विजय के शान समझी जानेवाली एक प्रसिद्ध इमारत में तत्कालीन सुलतान मेहमद (द्वितीय) जुमा कि नमाज अदा करने आनेवाले थे।

नमाज से पहले हजारो लोग सुलतान के आमद का इंतजार कर रहे थे। उनमें

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फिल्म इंडस्ट्री के ‘क्लब क्लास’ को जिम्मेदार बनना होगा

प्रतिभाशाली अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की बेहद दुखद आत्महत्या को लेकर जो विवाद खड़ा किया गया है, उसमें बहुत कुछ बेमतलब है। कई लोग ऐसे हैं, जो बात शुरू करते हैं इस घटना से, लेकिन फिर वे अपने व्यक्तिगत एजेंडे पर आ जाते हैं

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सूफी-संत मानते थे राम-कृष्ण को ईश्वर का ‘पैगम्बर’

भारत के सांझी विरासत को सहजने में सूफी-संतो का बड़ा योगदान रहा हैं। वे हिन्दू और मुस्लिम जनता दोनो के करीब थे। हजारो कि संख्या में लोग उनके पास आते थे। सूफी ‘वहादत अल वजूद’ (जीव कि एकता) के सिद्धान्त मे यकिन करते थे। …

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शहेनशाह हुमायूं ने लगाया था गोहत्या पर प्रतिबंध

बाबर के निधन के बाद हुमायूं ने मुगल राजवंश कि गद्दी संभाली पर उसका यह सफर आसान नही था उसे शेरशाह सुरी का मुकाबला करना पडा इस पराक्रमी राजा ने हुमायूं को देश निकाला कर दिया पंधरा साल इधर-उधर भटकने

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मलिक अम्बर ने दी थी मराठों को ‘गुरिल्ला’ युद्ध प्रणाली

लिक अम्बर को निज़ामशाही शासन में आगम खान के नेतृत्व में सरदार नियुक्त किया गया था। उसने मुगल आक्रमणकारियों को परेशान किया। शत्रु के शिविरों पर छापा मारकर वह रसद लूट लेता था और उसके प्रदेश में घुस पड़ता था।

इस प्रकार धीरे-धीरे उसकी …

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वतन और कला से मक़बुलियत रखनेवाले एम. एफ. हुसैन

पने वतन के मिट्टी को छुने कि आखरी तमन्ना लिए मकबूल हुसैन नौं साल पहले हमसे विदा हो गए। दुनिया का यह विख्यात कलाकार आखरी वक्त दर-दर कि ठोकरे खाने पर मजबूर था। इसकी वजह मुफलिसी नही बल्कि अपने ही वतन के कुछ नफरती

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अकबर के दिमाग से निकले थे कई आलिशान इमारतों के नक्शे

नेहरु कि लेखमाला :

ण्डित नेहरू कि ‘Glimpses of world history’ किताब मध्यकालीन भारत के इतिहास का एक संपन्न और सर्वकालिक दृष्टिकोण प्रदान करती हैं। यह ग्रंथ 1934 में लिखा गया था।

आज जब मध्यकाल के इतिहास को तोड-मरोडकर पेश किया जा रहा

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