नफरत के खिलाफ ‘सभ्यताओं के गठबंधन’ की जरुरत

पूरी दुनिया में ‘सभ्यताओं के टकराव’ की बात करने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। भारत में भी विघटनकारी प्रवृत्तियां मजबूत हुई हैं। लेकिन ‘सभ्यताओं के गठबंधन’ का सिद्धांत ही कई नए उभरते समूहों का पथप्रदर्शक और हमारे भविष्य के लिए वे अत्यंत …

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लोगों पर शाकाहार थोपना सांप्रदायिक घृणा फैलाने का हथियार

हाल ही (दिसंबर, 2021) में अहमदाबाद नगर निगम की नगर नियोजन समिति ने घोषणा की कि शहर में सार्वजनिक सड़कों और स्कूल, कालेज और धार्मिक स्थलों के 100 मीटर के दायरे में मांसाहारी खाद्य पदार्थ बेचने वाले स्टाल नहीं लगने दिए जाएंगे।

इसी तरह …

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धमकियों के बाद मुनव्वर फारूकी का कॉमेडी छोड़ना दुखद

स्टैंडअप कॉमेडियन मुनव्वर फारूकी बेंगलुरू में एक परोपकारी संस्था के लिए अपना शो करने वाले थे। पूरे टिकट बिक चुके थे। फिर आयोजकों को यह सूचना दी गई कि उन्हें कार्यक्रम रद्द करना होगा और कार्यक्रम रद्द हुआ। पुलिस ने इसका कारण यह बताया …

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सलमान खुर्शीद के घर आगजनी, सांप्रदायिक असहिष्णुता का नमूना

पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, कांग्रेस के एक प्रमुख नेता और उच्चतम न्यायालय के जानेमाने वकील है। हाल में उनकी एक किताब प्रकाशित हुई है, जिसका शीर्षक है- ‘सनराइज ओवर अयोध्या: नेशनहुड इन प्रेजेंट टाइम्स।’

पुस्तक की प्रचार सामग्री में उसके एक उद्धरण का …

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त्रिपुरा सांप्रदायिक हिंसा पर सत्ता और समाज मूकदर्शक क्यों हैं?

मारे देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा बहुत आम हो गई है। जहां एक ओर प्रधानमंत्री पोप से गले मिल रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर देश में ईसाइयों के खिलाफ हिंसा की छोटी-छोटी घटनाएं हो रहीं हैं। एक समुदाय के रूप में

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क्या होती हैं ‘गंगा-जमुनी’ तहजीब?

विश्व हिन्दू परिषद के महासचिव मिलिन्द परांडे ने हाल में (सितंबर 2021, द टाईम्स ऑफ इंडिया) में कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब (जिसे भारत में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति के संगम के लिए प्रयुक्त किया जाता है।) एक अप्रासंगिक और खोखली परिकल्पना है। उन्होंने कहा

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चरमपंथ ‘वैश्विक राजनैतिक एजेंडा’ कैसे बना?

बीस साल पहले 9/11, 2001 की दिल को हिला देने वाली त्रासदी, जिसमें करीब 3,000 निर्दोष लोग मारे गए थे। इसके बाद अमरीकी मीडिया ने एक नया शब्द गढ़ा, ‘इस्लामिक चरमपंथ’। यह पहली बार था जब चरमपंथ और आतंकवादियों को किसी धर्म से जोड़ा

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क्या कश्मिरीयों की दिल कि दूरी बन्दूक की नोंक से कम होगी ?

साल 2019 के पांच अगस्त को राष्ट्रपति ने एक अध्यादेश जारी कर कश्मीर को स्वायत्तता प्रदान करनी वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द कर दिया। यह अनुच्छेद कश्मीर के भारत में विलय का आधार था और कश्मीर को रक्षा, संचार, मुद्रा

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हिन्दू आबादी में कमी और मुसलमानों में बढ़ोत्तरी का हौव्वा

पिछले 11 जून को असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने कहा कि मुसलमानों को एक अच्छीपरिवार कल्याण योजना अपनानी चाहिए ताकि राज्य में व्याप्त घोर गरीबी और सामाजिक समस्याओं से मुकाबला किया जा सके।

मुख्यमंत्री, दरअसल,

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सीएए कोर्ट में विचाराधीन, फिर लागू करने की जल्दी क्यों?

न दिनों (जून 2021) देश कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों से जूझ रहा है। इस बीमारी से बड़ी संख्या में मौतें हुईं हैं और अस्पतालों में दवाओं से लेकर ऑक्सीजन और बिस्तरों से लेकर डॉक्टरों तक की गंभीर कमी सामने आई है।

इस संकटकाल में

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