अंग्रेजों के विरुद्ध हैदरअली और टिपू सुलतान का संघर्ष

हैदराबाद के उस्मानिया विश्वविद्यालयमें 1314 अक्तूबर 2019 कोसाऊथ इंडिया हिस्ट्ररी कोलोक्युअमका आयोजन किया गया था। दक्षिण भारत के इतिहास पर हुई इस परिचर्चादक्षिण भारत के औपनिवेशिक (Colonial) विरोधी इतिहास की पुनर्व्याख्या

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ख़ुद को गोली मारने के बाद हिटलर ने ज़लाने को क्यों कहा?

र्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर के आत्महत्या को 75 साल हो रहे हैं। उसके मौत के बाद, फासीवादी प्रवृत्तियाँ पूरी दुनिया में फैल गईं। जगह-जगह पर, इन ताकतों ने लोकतांत्रिक व्यवस्था को हिला कर रख दिया हैंइस तरह कि फासिस्ट

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मुस्लिम शासकों ने महामारी से प्रजा को कैसे बचाया?

कोरोना (Covid-19) कि वजह से भारत में मची तबाही के बाद महामारी और उसके इतिहास कि चर्चा फिर एक बार शुरु हुई है। इससे पहले भारत में महामारी फैलने के सेंकडों संदर्भ उपलब्ध हैं।

अल्तमश से लेकर टिपू सुलतान तक कई मुस्लिम बादशाहों और

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दो राजाओं की लड़ाई इतिहास में हिन्दू मुस्लिम कैसे हुई?

क बार मराठा सेनाए टिपू सुलतान पर आक्रमण करने श्रीरंगपट्टनम गई। दोनों में लड़ाई हुई। परंतु यह लड़ाई बिना हार जीत के फैसले के समाप्त हो गई। मतलब एक तरह से यह लड़ाई टाई हो गई।

मराठा सेनाएं अपने प्रदेश कि ओर

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अम्बेडकर दक्षिण भारत को बुद्धिवादी तो उत्तर को अंधविश्वासी मानते थें

ज भीमराव अम्बेडकर कि जयंती हैं। इस अवसर पर डेक्कन क्वेस्टउन्हे श्रद्धासुमन अर्पित करता हैं। पचास के दशक में संसद में जब भाषावार राज्यों के रचना पर बहस हो रही थी तब अम्बेडकर बिमारी के वजह से उसमे भाग नही ले

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जब महात्मा गांधी अफ्रिका में हुए ‘क्वारंटाईन’

महात्मा गांधी 150:

ज दुनिया कोराना वायरस जैसे महामारी का प्रकोप झेल रही हैं। इस बिमारी के चलते विश्व भर में लाखों लोगों को एक दूसरे से अलग याने क्वारंटाईन में रखा गया हैं। गांधीजी कि जीवनी पढने पर इस तरह कि

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भगत सिंह ने असेम्बली में फेंके पर्चे में क्या लिखा था?

ज से नब्बे साल पहले याने 8 अप्रैल, 1929 को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने असेम्बली में दो बम फेंके। उसी समय एक पर्चे की कुछ प्रतियां हाल में फेंकी गई। ‘पब्लिक सेफ्टी बिल’ और ‘ट्रेड डिसप्यूट बिल’ के विरोध मे यह कृति …

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इतिहास में दक्षिण ने हर बार दी हैं उत्तर भारत को मात

जवाहरलाल नेहरु कि लेखमाला :

पण्डित नेहरू स्वाधीनता संग्राम के दौरान विविध जेल में थे, तब उन्होंने अपनी बेटी इंदिरा प्रियदर्शनी के लिए कई पत्र लिखे थें, उन्हें एकत्र कर Glimpses of world history’ किताब की शक्ल दी गई।

यह ग्रंथ भारत का प्राचीन

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हसन गंगू कैसे बना नौकर से बहामनी का सुलतान?

कन में जिस व्यक्ती ने मुस्लिम सत्ता की बुनियाद रखी वह हसन गंगू बहामनी था। हसन बहामनी का ना किसी राजवंश से संबंधित था और ना वह किसी राजनैतिक परिवार का हिस्सा था।

मगर उसकी इमानदारी और मेहनत ने उसे दकन का सुलतान बना

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राजनीति से धर्म को अलग रखने वाला सुलतान यूसुफ आदिलशाह

डे भाई के द्वारा कत्ल का आदेश दिए जाने के बाद यूसुफ आदिलशाह को उसकी माँ ने बचाने के लिए व्यापारीयों के माध्यम से देश से भगाया। किस्मत की मार झेलते हुए यूसुफ विदेश से हिन्दुस्थान पहुंचा। अपने कर्तृत्व से वह ‘बहामनी सल्तनत’ में …

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