दिल्ली दंगों पर राज्यसभा में हुई चर्चा में आम आदमी पार्टी के सदस्य श्री. संजय सिंह नें भाग लिया। उन्होंने सरकार से पुछा, जो भारतीय दंगों मे मारे गए उन लोगों से मिलने गृह मंत्री क्यों नही गए?
भारी विरोध के बीच उन्होंने कहां उत्तर प्रदेश से आए वह 300 लोग कौन थें। युपी में तो भाजपा कि सरकार हैं, फिर सरकार नें उन लोगों पर कार्रवाई क्यो नही की? श्री सिंह का पुरा भाषण हम आपके लिए राज्य़सभा टीवी के सौजन्य से दे रहे हैं।
मान्यवर, आपका धन्यवाद कि आपने इस अति संवेदनशील विषय पर मुझे अपनी बात कहने का मौका दिया। मान्यवर, कहाँ से शुरू करें और कहाँ खत्म करें,
वतन की जो हालत सुनाने लगेंगे,
तो पत्थर भी आँसू बहाने लगेंगे,
अगर भीड़ में खो गई आदमियत,
तो उसे ढूँढ़ने में ज़माने लगेंगे।
मान्यवर, दिल्ली में इन्सानियत का, आदमियत का, मानवता का कत्ल हुआ है। यह एक दिन में नहीं हुआ। चुनाव के पहले आग सुलगाई गई और चुनाव के बाद आग लगाई गई। दिल्ली के अन्दर यह सब कुछ एक साजिश के तहत एक सुनियोजित दंगा कराया गया है, यह मेरा सीधा आरोप है।
मान्यवर, मैं यह क्यों कह रहा हूँ? मैं यह इसलिए कह रहा हूँ कि इनके एक सांसद, इनकी भारतीय जनता पार्टी के एक सांसद कहते हैं कि अगर बीजेपी को वोट नही दिया तो घर में घुस कर बहन-बेटीओ से बलात्कार किए जायेगें।
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आपकी सरकार इतनी कायर सरकार है, आपकी सरकार इतनी कायर सरकार है, आप लोग इस तरह का बयान देंगे। शर्म आनी चाहिए इस सरकार को। आप लोग ऐसे बयान देते हैं। आप इस देश के लोगों को भड़काते हैं। यहाँ पर ट्रम्प की सरकार है यहाँ शेख हसीना की सरकार है, यहाँ पर किसकी सरकार है?
बीजेपी नेता कपिल मिश्रा के भड़काने के बाद हुई दिल्ली में हिंसा: AAP सांसद संजय सिंहaap mp sanjay singh comment on delhi violence https://t.co/yIBXZb2aUD
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 25, 2020
मान्यवर, इनके द्वारा इस तरह के बयान दिए गए। तीन दिन तक दिल्ली जलती रही, गृह मंत्री खामोश, पुलिस प्रशासन खामोश। दिल्ली के लोग तीन दिन तक एक हिस्से में जलते रहे।
उनकी दुकानें जलाई गई, हिन्दू मारे गए, मुसलमान मारे गए। 53 लोगों की जानें चली गई। दो पुलिस वाले जल गए, उनकी जानें चली गई और देश के गृह मंत्री खामोश बैठ कर इन घटनाओं का आनन्द ले रहे थें।
मैं पूछना चाहता हूँ कि देश के गृह मंत्री क्या कर रहे थें? ऐसे गृह मंत्री को अपने पद पर रहने का अधिकार नहीं है। दंगे इन लोगों ने कराए। दंगे इन लोगों ने कराए। कल दूसरे सदन में मैंने इनको सुना। कल दूसरे सदन में मैंने इनको सुना, ये कह रहे हैं कि दंगे में भारतीय मारे गए।
गृह मंत्री जी, मैं बड़ी विनम्रतापूर्वक आपसे पूछना चाहता हूँ, जो ठीक नहीं है, अगर दंगे में भारतीय मारे गए, तो आप 25 दिन उन भारतीयों से मिलने, उनके परिवार से मिलने क्यों नहीं गए, आप इसका जवाब दीजिए। आप उन भारतीयों से मिलने क्यों नहीं गए? आप उनको मुआवजा दीजिए। आप सुप्रीम कोर्ट कि SIT बनाईये।
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मान्यवर, कपिल मिश्रा इनका, भारतीय जनता पार्टी का नेता हैं, वह कहता है कि हम निबट लेंगे, हम दिल्ली को बर्बाद कर देंगे। जो जज FIR का ऑर्डर देता है, आप उस जज का टान्सफर कर देते हैं। न्यायव्यवस्था (Judiciary) खतरे में है। आपने जज का तबादला कर दिया।
आदमी न्याय के लिए कहाँ जाएगा? अगर जज जांच के लिए आर्डर करता है, अगर जज FIR के लिए ऑर्डर करता है, मान्यवर, उस जज का टान्सफर कर दिया जाता है। (व्यवधान).
दिल्ली में यह सब कुछ हुआ। दिल्ली के अन्दर यह सब कुछ हुआ। गृह मंत्री जी, (उपसभाध्यक्ष (डॉ. सत्यनारायण जटिया) आप विषय के ऊपर अपनी बात रखिए।) आप शांत हो जाइए और बैठ जाइए।
ज़रा सोचिए कि घरेलू हिंसा या बलात्कार पीड़ित FIR दर्ज कराने के लिए जाती है और एसएचओ यह कहता है कि अभी एफ़आईआर दर्ज करने का उचित समय नहीं है क्योंकि पीड़ित दुबारा घरेलू हिंसा और बलात्कार की शिकार हो सकती है। है न हैरानी की बात!#delhivoilence #DelhiRiotshttps://t.co/2tE1Zx19wW
— Satya Hindi (@SatyaHindi) March 7, 2020
गृह मंत्री जी, आपसे लिखित रूप में दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा कि यहाँ पर कर्फ्यू लगवाइए, दंगे हो रहे हैं, यहाँ पर आर्मी भेजिए, दंगे हो रहे हैं, लेकिन आपकी सरकार खामोश बैठी रही, आप चुपचाप बैठे रहे, हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। आप क्यों बैठे रहे? आप इसलिए बैठे रहे कि आपके लोग इन दंगों में शामिल थे।
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कौन थे वे 300 लोग, जो उत्तर प्रदेश से आए। आपने कहा कि उत्तर प्रदेश से आए। उत्तर प्रदेश में आपकी सरकार है, भाजपा की सरकार है, योगी की सरकार है, क्या कार्रवाई हुई उनके खिलाफ? क्या कार्रवाई हुई भड़काऊ भाषण देने वालों के खिलाफ?
दिल्ली दंगों पर @priyankagandhi जी ने जनता से की शांति की अपील |#DelhiRiots2020 #DelhiBurning #AAP #BJP #KapilMishra pic.twitter.com/9fmywsM5tr
— With Congress (@WithCongress) February 26, 2020
मान्यवर, मैं अंत में एक बात कह कर अपनी बात को खत्म करूँगा। ऐसे समय में भी मानवता के लिए, इन्सानियत के लिए, भाईचारे के लिए वे सिख, मोहिंदर सिंह और इंद्रजीत सिंह, जिन्होंने मुसलमानों की जान बचाई।
वह प्रेमकांत, जिसने मुसलमानों की जान बचाने के लिए अपने शरीर को 70 प्रतिशत झुलसा दिया वे मुसलमान, जिन्होंने मंदिरों को बचाने का काम किया। उनकी इन्सानियत को समझिए। उनके भाईचारे को समझिए। उनकी एकता को समझिए। हिन्दुस्तान को बरबाद करने का काम मत कीजिए। आप लोग हिन्दुस्तान को बरबाद करने का काम कर रहे हैं। तोड़ने का काम कर रहे हैं।
संजय सिंह का यह पुरा भाषण आप यहा देख सकते हैं।
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