क्या सच में ‘मुगल हरम’ वासना का केंद्र था?

मुगल हरम हमेशा साहित्य, संस्कृति और राजनीति का केंद्र रहा है मगर सांप्रदायिक इतिहास लेखन ने मुगल हरम को एक वासना केंद्र के रुप में पेश कर उसकी पवित्रता से खिलवाड किया है

हरम की कई बेगमात ने मध्यकालीन इतिहास में

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गुरुमुखी लिपि हिन्दी अक्षरों का बिगड़ा हुआ रूप

गतसिंग के पुण्यतिथी  के अवसर पर हम आपको, उनके भाषाई मतों से  रुबरू करा रहे हैं।  भाषा राष्ट्र और उसके नागरिको के उन्नति के लिए जितनी जरूरी हैं, उतनी ही वोह सांस्कृतिक अभिव्यक्ति के लिए जरुरी हैं।

इस बारें में एक लेख लिखकर  भगत

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भगतसिंग मानते थें कि भाषा-साहित्य के बिना उन्नति नहीं हो सकती

आज महान क्रांतिकारक भगत सिंग कि पुण्यतिथी हैं। भगत सिंग एक विद्वान थें। अपने जीवन के अन्त समय तक वह पढते रहे। उनका मानना था कि भाषा और साहित्य के बगैर कोई राष्ट्र खडा नही हो सकता।

उसी तरह क्रांति कि परिभाषा भाषाई अस्तित्व के …

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बिस्मिल्लाह खान देश के वह ‘मुनादी’ जो हर सुबह हमें जगाते हैं

ती साल पहले याने 5 दिसंबर 2016 कि वह अल सुबह, आकाशवाणी ने रोज कि तरह अपनी सिग्नेचर ट्यूनबजाई। जिसके बाद अपने पहले वार्तापत्र में एंकर ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के घर से उनकी शहनाईयां चोरीखबर पढी।

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सांंप्रदायिकता का भूत हम सबको निगल जायेंगा

दिल्ली दंगों को लेकर लोकसभा में 11 मार्च 2020 को चर्चा हुई, जिसमें AIMIM के सांसद श्री. असदुद्दीन औवैसी नें भाग लिया। उन्होंने केंद्र सरकार पर दंगाईयो को छुट देने का आरोप लगाया। श्री. ओवेसी नें सरकार अपनी संवैधानिक कर्तव्यों में कसूर करने

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क्या दिल्ली दंगों में पुलिस के दुस्साहस पर कारवाई होंगी?

लोकसभा में 11 मार्च को दिल्ली दंगों पर चर्चा हुई। जिसमें कई मान्यवरों ने सरकार से अपनी शंका-कुशंका पर जवाब मांगा। बहुजन समाज पार्टी उत्तर प्रदेश के अम्बेडकर नगर सांसद श्री. रितेश पाण्डेय नें दिल्ली पुलिस के संदिग्धता पर सवाल खडे किए।

उन्होंने कहा

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दिल्ली में दंगे कराने यूपी से आए 300 लोग कौन थें?

दिल्ली दंगों पर राज्यसभा में हुई चर्चा में आम आदमी पार्टी के सदस्य श्री. संजय सिंह नें भाग लिया। उन्होंने सरकार से पुछा, जो भारतीय दंगों मे मारे गए उन लोगों से मिलने गृह मंत्री क्यों नही गए?

भारी विरोध के बीच उन्होंने

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दिल्ली दंगा पीडितो को न्याय मिलने 1984 तरह देरी न हो?

ब दंगे हो रहे थें, तब राज्यसभा सांसद श्री. नरेश गुजराल नें दिल्ली पुलिस से सहायता मांगी, पर पुलिस ने मदद पहुँचाने से इनकार किया, गुजराल को पुलिस द्वारा कोई सहयोग नही मिला।

बताया जाता हैं कि इस वजह से कई लोगों कि जाने

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‘बीजेपी सरकार ‘कम्युनल वायरस’ को फैलाना चाहती हैं’

दिल्ली दंगो पर राज्यसभा में हुई चर्चा में विपक्ष कि ओर से श्री. कपिल सिब्बल नें भाग लिया। जिसमें उन्होंने गृहमंत्री अमित शहा पर कई सवाल दागे। उन्होंने कहा, अगर चाहे तो सरकार दिल्ली दंगों को रोक सकती थी, पर उन्हे ऐसा करना नही

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दिल्ली दंगों कि जिम्मेदारी गृहंमत्री ले तो न्याय होगा

राज्यसभा से :

मार्च 12 को दिल्ली दंगों पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए, जावेद अली खान ने अब तक तमाम दंगों के मामलों में गठित की गई न्यायिक जांच दलों की रिपोर्ट का हवाला देकर एक खास विचारधारा और उसे पोषित करने वाले RSS…

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