कोरोना ‘कम्युनिटी वायरस’ हो जाएगा तो कौन बचेगा?

लॉकडाउन की वजह से हर गरीब परेशान है। फाकाकशी का दौर चल रहा हैं। प्रधानमंत्री ने इस लॉकडाऊन को बगैर किसी से मशवरा किए एलान कर दिया हैं।

ना कोई टाइम दिया, बस ऐसे ही एलान कर दिया। अब कोई कुछ नहीं कर सकता। इस अनप्लांड लॉकडाउन से आज भारत में हर बड़े-बड़े शहरों लोग परेशान हैं। मैं तेलंगाना की मिसाल दे सकता हूं। हमारे भाई जो उत्तर प्रदेश, बंगाल खास तौर पर सीमांचल, झारखंड से आए लोग सारे लोग परेशान हैं।

हमारे तेलंगाणा के चीफ मिनिस्टर ने बड़ा अच्छा काम किया हैं। उन्होंने ऐलान करके कहां है, कि यह तमाम लोग हमारे भाई हैं, मेरी रियासत में कोई भूखा नहीं सोएगा।

किसी चीफ मिनिस्टर ने इस तरह का बयान नही दिया है। यहां के माइग्रेंट लेबरर्स के लिए राशन और 500 रुपये देने का इंतजाम किया गया हैं। अलग-अलग जगह पर उनको खाना भी दिया जा रहा है। मैं तेलंगाना को इस इंतजाम पर मुबारकबाद देता हूँ।

वजीर ए आजम आपने पीडीएस को जारी किया, मगर 707 मिलियन टन अनाज हमारे गोदामो पडा आज भी सड रहा हैं। इसको निकालिए ना बाहर! किस दिन के लिए फूड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ने इतना सारा अनाज भर के रखा था। आप वह अनाज भारत के राज्यों को दीजिए। यह अनाज उन लोगों को भेजीए जिनके पास राशन कार्ड नहीं है। उन लोगों को दीजिए जो लंगर लगाते हैं, खाना पकाते हैं और गरीब लोगों को खिलाते हैं।

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आप अमेरिका को तो दवाई दे सकते हैं, मगर भारत को आप अनाज नही दे सकते। ऐसे दिनों के लिए तो हमने अनाज का जखिरा किया था। लॉक डाउन बढ़ाना है, आपका फैसला है। मगर वह उसी वक्त कामयाब होगा जब एक एक गरीब के अकाउंट में आप कम से कम 5000 रुपये डालेंगे। अगर बजट को खत्म करना है तो उस खत्म कर नया बजट बनाईए। अगर नोटों को छपवाना है तो छपवाई।

तेलंगाना के चीफ मिनिस्टर ने सही कहा है यह समय जान बचाने का है। गरीब कह रहा है अगर हम कोविड से नही मरे तो भूख से मरेंगे। कहां जाएगा गरीब बताइए? मैं डिमांड कर रहा हूं आप यह वादा करो कि हर व्हाइट रेशन कार्ड होल्डर के अकाउंट में 5000 रुपये डालेंगे।

कब तक हम गरीबों को रोक पाएंगे, उनको खाने की जरूरत है। तेलंगाना की सरकार आउट ऑफ दि वे जाकर दो महीने का राशन दे रही है। उनके खाते में1500 के करीब पैसे जमा किए जाएंगे।

आपने कोरोना पर चर्चा के लिए जिस पार्टी के 5 सांसद हैं, उनको आपने बुलाया। मगर जिस पार्टी के 5 से भी कम सांसद है उनको आप ने नहीं बुलाया। प्रधानमंत्री आपने एक बहुत बडा मौका खो दिया। आपके पास मौका था हमारी बात को, हमारी आवाज को सुनने का।

हमारे पार्टी के दो एमपी हैं। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के तीन सांसद है, बदरुद्दीन अजमल है। आप जानते हैं कि कोरोना सबसे पहले केरला से शुरू हुआ, आप उनको बुलाते हैं तो वहां की हकीकत आप भी सुन लेते हैं। अगर हम को बुलाते तो, यह सब बातें मैं आपसे करता।

मैं आपसे कहता वजीरे आजम अगर आप लॉकडाउन बढ़ाते हैं तो आप गरीबों के अकाउंट में 5000 रुपये डाले। मैं आपसे कहता कि हमारा हेल्थ का एक्सपेंडिचर 1.9 परसेंट हैं। कैसे मुकाबला करेंगे? जीडीपी के लिहाज से हेल्थ का एक्सपेंडिचर कम से कम तीन परसेंट होना चाहिए।

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डिस्टन्सिंग को बनाए रखे

मैं मुसलमानों से भी अपील कर रहा हूं कि सोशल डिस्टेंसिंग को बरकरार रखिए। मैं हैदराबाद के मुसलमानों से अपील कर रहा हूं, सोशल डिस्टेन्स इन को बरकरार रखें। मस्जिदों में जमा मत होइए। तमाम उलेमा ने एक साथ आकर फैसला लिया है कि हम अपने घरों में नमाजो को अदा करेंगे। जुम्मे के दिन मस्जिद में मत जाइए, घर पर ही जोहर की नमाज अदा करें।

सरकार का सहयोग करें। इंदौर में जो हेल्थ के वर्कर पर पत्थर फेंके गए वह गलत है। इस तरह वह लोग आपके पास क्यों आएंगे? वह तो आपकी जान बचाने आए थे, आप का टेस्ट करने आए थे। उन पर पत्थरबाजी करना गलत हैं।

मुझे अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि मेरे शहर में एक पुलिस का कांस्टेबल प्रवीण जिसका नाम है, वह लाईन को ठीक कर रहा हैं, और एक शख्स आकर उसका सर फोड देता हैं। क्या जहालत है, यह जुल्म और जुर्म है।

पुलिस के लोग, यह मेडिकल स्टाफ अपनी जानों पर हथेली पर रखकर हमारी हिफाजत कर रहे हैं। कम से कम हम उनका सहयोग करें। अगर यह भी नहीं कर सकते तो उनके लिए मुश्किलों को पैदा मत करे। यह मर्ज बढ रहा हैं, सोशल डिस्टन्सिंग को बरकरार रखे।

अगर यह ‘कम्युनिटी वायरस’ हो जाएगा कौन बचेगा? कहां है हमने इंफ्रास्ट्रक्चर? कहां हैं वेंटिलेटर हमारे पास? मेरी आपसे अदबन गुजारिश है कि सोशल डिस्टेन्सिग को बरकरार रखें। जरूरत के लिए ही अपने घर से निकले।

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आप से गुजारिश है कि समझो इस बात को और हिमाकत मत करिए। पुलिस, मेडिकल एक्सपर्ट जो आपसे कह रहे हैं उस पर अमल करिए। इसको हम मिलकर रोकेंगे। इस बीमारी को रोकना है, इस महामारी को रोकना है, तो हम तमाम को एक होना पड़ेगा। समाजी दूरी को इख्तियार करना पड़ेगा, हाथ को धोना पड़ेगा।

जो लोग दिल्ली के मरकज गए थे, वह खुलकर सामने आए वह अपने जिला कलेक्टर से मिले। अपना टेस्ट करवाइए। ताकि इस बीमारी को कंट्रोल कर सके। हम सब लोग मिलकर अगर सहयोग करेंगे, तो यकीनन हम इस वबा को रोक पायेंगें।

आप देखो किसका नंबर बढ़ रहा है। महाराष्ट्र में बढ़ रहा है। इसलिए हम सबको हर स्टेट को को ऑपरेट करना चाहिए। यकीनन हमारे राजनीतिक मतभेद है, मगर यह वक्त उसको बताने का नहीं है।। यह वह हुकूमत मेडिकल स्टाफ का पुलिस का सहयोग करने का है। मुखालिफत के लिए बहुत टाइम जब टाइम आएगा तो वह भी करेंगे। मगर अब आप हमको पूरा सहयोग करना है।

मास्क पहनीए, जो लोग पान गुटखा खाकर यहां-वहां थूँक रहे हैं, मत थुँकीए थुँकने पर बैन है, उससे वायरस फैल सकता है। अपने आपको बचाइए, अपने खानदान को बचाइए। हिमाकत मत करिए, जहालत मत करिए। अकलमंदी इसमें है कि आप इन तमाम चीजों पर अमल करें। मैं फिर से आपसे अपील कर रहा हूं यह तमाम चीजों पर गौर करें।

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