वह बेदखल मुद्दे जिससे ‘मराठा आरक्षण’ कोर्ट में बच सकता हैं !

शिक्षा के क्षेत्र एवं नौकरीयों में मराठा समुदाय को आरक्षण प्रदान करने वाले सामाजिक एवं शैक्षणिक पिछड़ा वर्ग (SEBC) अधिनियम 2018 को सुप्रीम कोर्ट द्वारा 05 मई 2021 बरोज़ बुधवार को रद्द कर दिया गया। इस अधिनियम के अंतर्गत मराठा समुदाय को महाराष्ट्र में

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फिलस्तीन-इज़राइल संघर्ष : सदीयों से अनसुलझा सवाल

ज़रायल और फिलिस्तीन में एक बार फिर से संघर्ष छिड़ गया है और दोनों दिन-रात एक दूसरे पर रॉकेट दाग रहे हैं। पिछले हफ्ते शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक कई फिलिस्तीनियों और कई इज़रायली नागरिकों की मौत हो चुकी है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय

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मुग़ल और सिक्खों का टकराव ‘धर्म’ नहीं बल्कि ‘सत्ता संघर्ष’ से था !

पिछले हफ्ते 1 मई को नौवें सिख गुरु तेग बहादुर की 400वीं जयंती थी। गुरुजी का सिख पंथ को सशक्त बनाने में महत्वपूर्ण योगदान था। उन्होंने अपने सिद्धान्तों की खातिर अपने प्राण न्यौछावर कर दिए थे। वैसे गुरू नानकजी द्वारा स्थापित सिख धर्म,

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महिला आरक्षण की बहस में समाज चुप क्यों रहता हैं ?

पिछले दिनों चार राज्यों एवं एक केंद्रशासित प्रदेश में हुए विधान सभा चुनावों के कारण देश में चुनावों का वातावरण था, लेकिन किसी भी राजनीतिक दल ने महिलाओं को समानता का अधिकार तथा 33 फीसदी आरक्षण देने की बात नहीं की है। बेशक यह

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शमीम हनफ़ी के साथ ‘महफ़िल ए उर्दू’ की रौनक़ चली गई

प्रोफेसर शमीम हनफ़ी, उर्दू अदब की आबरू थे। उर्दू अदब के वे जैसे इनसाइक्लोपीडिया थे। उर्दू अदब की तारीख और अहम शख़्सियतों के बारे में उन्हें मुंह जबानी याद था। पूछने भर की देर होती और उनके अंदर से अनेक किस्से बाहर निकलकर

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भारत के आबादी में कहां और कितना प्रतिशत हैं मुसलमान?

इरतिका के सभी रास्ते बंद पहले किये जाएगे

बाद में सारी पसमांदगी हम से मंसूब की जाएगी

नईम अख्तर खादमी

भारत आबादी और क्षेत्रफल की दृष्टी से एक बड़ा देश हैं। भारत के कोनेकोने में मुसलमान बसते हैं। मुसलमान भारत का

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मज़हब की बंदिशों से आज़ाद उर्दू ग़ज़ल

र्दू पढ़ने, लिखने, बोलने और समझने वाले करोडो की संख्या में भारत, पाकिस्तान और विश्व के विभिन्न देशों में स्थायिक हैं। इस प्रकार उर्दू भाषा अब वैश्विक भाषा का दर्जा प्राप्त करती जा रही हैं।

उर्दू ने विभिन्न धर्मो, आस्थाओं

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हसरत जयपुरी का गीत ना बजे तो भारत में कोई शादी पूरी नही मानी जाती

दोस्तो आज भी जब हम रेडियो को ट्यून करते हैं, तो इसमें सबसे ज्यादा जिन गीतकारों का नाम गूंजता है, उनमें हसरत जयपुरी का नाम पहले पायदान पर रहता है। उनका नाम सुनते ही ज़ुबां पर, वह गीत चला आता है

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जलियांवाला बाग वो हत्याकांड जो आज़ादी के लिए मील का पत्थर बना

भारत की आज़ादी के आंदोलन में जिस घटना ने देशवासियों पर सबसे ज्यादा असर डाला, वह है जलियांवाला बाग हत्याकांड। इस घटना ने हमारे देश के इतिहास की पूरी धारा को ही बदल के रख दिया था।

एक सदी पहले, साल 1919

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खुदा बक्श लाइब्रेरी बचाने के लिए जन आंदोलन की जरुरत !

खुदा बक्श ओरिएंटल पब्लिक लाइब्रेरी (Khuda Baksh Oriental Library) भारत के कौमी कुतुब खानों में से एक है। इसकी एक अलग पहचान है। ये कुतुब खाना मुल्क के अवाम के लिए ईसवीं 1891 में खोला गया था। इस कुतुब खाने के

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