शांति और सदभाव के पैरोकार थें असगर अली इंजीनियर

पिछले तीन दशकों ने यह साबित किया है कि देश को विभाजित करने के सांप्रदायिक ताकतों के प्रयास, समाज में शांति के स्थापना और देश के विकास में बाधक हैं।

यद्यपि भारत में सांप्रदायिक हिंसा की शुरुआत सन् 1961 (जबलपुर) से ही

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… तो कर्नाटक का शिवाजी रहता टिपू सुलतान

ज भी कर्नाटक में उस पर लिखे हुए कई लोकगीत प्रचलित हैं। वे राज्य के लोगों की स्मृति में अब तक जिन्दा हैं। कन्नड़ के प्रसिद्ध नाटककार गिरीश कर्नाड टिपू के इतने जबरदस्त प्रशंसक थें कि उन्होंने यह मांग की थी कि बेंगलुरू के

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‘पाकिस्तान जाओ’ अपमानित करने कि बीजेपी की रणनीति

पाकिस्तान चले जाओ’ पिछले कुछ सालों से भारत में मुसलमानों को अपमानित करने के लिए पसंदीदा ताना बन गया है। हाल में सोशल मीडिया में एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उत्तर प्रदेश के मेरठ के एसपी अखिलेश नारायण सिंह कथित तौर पर 

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भाजपा राज में बदल रहा है हिन्दू धर्म का चेहरा

जाने माने विधिवेत्ता फाली एस नरीमन ने हाल में एक बहुत महत्वपूर्ण बात कही। वर्तमान राजनैतिक स्थिति के संदर्भ में उन्होंने कहा कि ‘‘हिंदू धर्म, पारंपरिक रूप से, अन्य सभी भारतीय धर्मों से तुलनात्मक रूप में सबसे अधिक सहिष्णू रहा है

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क्या राम मंदिर के बदले मुसलमानों को सुरक्षा मिलेगी?

नौ साल पहले ३० सितंबर २०१० को इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ बेंच ने अयोध्या मामले में फैसला सुनाते हुए विवादित भूमि को तीन भागों में बांट दिया और तीनों पक्षकारों को बराबर-बराबर ज़मीन दे दी।

उस समय अदालत ने यह भी कहा था कि

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