रफ़ीउद्दौला जो रहा चंद महीनों का मुग़ल सम्राट

गंभीर रूप से बीमार बादशाह रफी-उद-दरजात का आखिरी वक्त आया था। ये देखकर सैय्यद भाई विचार करने लगे कि बन्दी शहजादों में से किसको समय के गर्त से निकाल कर अब गद्दी पर बैठाया जाए।

इस बीच बीमार बादशाह ने सैय्यद बंधुओं से अनुरोध …

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क्या आपने मुग़ल बादशाह ‘रफी उद दरजात’ का नाम सुना है?

कोई सोच भी नहीं सकता था कि तैमूर के वंशज बादशाह बाबर, हुमायूं, अकबर, शाहजहाँ और औरंगजेब के बाद मुगलों के वंश का इतना बुरा समय आएगा। तब योग्य शहंशाहों और शहज़ादों का इस कदर किल्लत पड़ गई कि कोई इस

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