अन्नाभाऊ ने जो देखा-भोगा उसे ही शब्दों का रूप दिया

हाराष्ट्र में दलित साहित्य की शुरुआत करने वालों में अन्नाभाऊ का नाम अहमियत के साथ आता है। वे दलित साहित्य संगठन के पहले अध्यक्ष रहे। इसके अलावा भारतीय जन नाट्य संघ (इप्टा) ने उन्हें जो जिम्मेदारियां सौंपी, उन्होंने उनका अच्छी तरह से निर्वहन

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