हर दूसरा पाकिस्तानी भारत आने के लिए हैं बेताब
सर्दी इतनी बढ़ गई थी कि मैं कूपे में टहलने पर मजबूर हो गया था। एक स्टेशन पर ट्रेन रुकी। बाहर प्लेटफार्म से ‘चाय चाय’ की आवाजें आने लगीं। मैंने चाय वाले को आवाज दी लेकिन कोई नहीं आया। मैंने कुछ और …
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