मलिक अम्बर के दौर में कैसी थी व्यापार में प्रगति?

शेख चांद हैदराबाद के आखरी निज़ाम मीर उस्मानअली के दौर में औरंगाबाद शहर के मशहूर लेखक हैं। वे बाबा ए उर्दू मौलवी अब्दुल हक के शिष्य थे। इन्होंने मौलवी हक के निगरानी में उर्दू शायर सौदा के संदर्भ में काफी अच्छा शोधकार्य किया है। महज

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मलिक अम्बर कैसे बना हब्शी गुलाम से सर्वोच्च सेनापति?

ध्यकालीन इतिहास का सबसे कीर्तिमान सेनापति, मुत्सद्दी, न्यायप्रिय, लोकप्रिय और बेहतरीन प्रशासक जिसका नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है और जिसकी गवाही खुद इतिहास देता है, वह है आदिवासी मुस्लिम सुपुत्र मलिक अम्बर।

एक बाजार में बेचें गए गुलाम से लेकर सर्वोच्च सेनापति …

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