क्या हैं, चर्च से मस्जिद बने ‘अया सोफ़िया’ कि कहानी?

बात करीबन पांच सौ साल पुरानी हैं, जब क़ुस्तुनतुनिया विजय के शान समझी जानेवाली एक प्रसिद्ध इमारत में तत्कालीन सुलतान मेहमद (द्वितीय) जुमा कि नमाज अदा करने आनेवाले थे।

नमाज से पहले हजारो लोग सुलतान के आमद का इंतजार कर रहे थे। उनमें

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