‘रोमन’ हिन्दी खिल रही है, तो ‘देवनागरी’ मर रही है

मुंबई से फिल्म निर्देशक का फोन आया कि फिल्म के संवाद रोमन लिपि में लिखे जाएं। क्यों? इसलिए कि अभिनेताओं में से कुछ हिन्दी बोलते-समझते हैं लेकिन नागरी लिपि नहीं पढ़ सकते। कैमरामैन गुजरात का है। वह भी हिन्दी समझता-बोलता है लेकिन पढ़ नहीं सकता। …

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क्या हिन्दोस्ताँनी जबान सचमूच सिमट रही हैं?

र्दू जबान के साथ एक अजीब सी ट्रेजेडी हो गई है। वह जब तक आपके समझ में आती है तब तक उसे आप हिंदी समझते हैं। और जब समझ में आना बंद हो जाए तब कहते हैं कि यह उर्दू हैं। हम जब आपस

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