अपनों की गद्दारी के चलते शहीद हुए तात्या टोपे

ज़ादी के पहले मुक्ति संग्राम 1857 में यूं तो मुल्क के हजारों लोगों ने हिस्सेदारी की और अपनी जान को कुर्बान कर, इतिहास में हमेशा के लिए अमर हो गए। लेकिन कुछ नाम ऐसे हैं, जिनकी बहादुरी के किस्से आज भी फिजा

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मलिक अम्बर कैसे बना हब्शी गुलाम से सर्वोच्च सेनापति?

ध्यकालीन इतिहास का सबसे कीर्तिमान सेनापति, मुत्सद्दी, न्यायप्रिय, लोकप्रिय और बेहतरीन प्रशासक जिसका नाम स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है और जिसकी गवाही खुद इतिहास देता है, वह है आदिवासी मुस्लिम सुपुत्र मलिक अम्बर।

एक बाजार में बेचें गए गुलाम से लेकर सर्वोच्च सेनापति …

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