नाम बदलने के तर्क, या चुनावी कवायद !
विलियम शेक्सपियर ने एक बार कहा था, “नाम में क्या रखा है? किसी चीज का नाम बदल देने से भी चीज वही रहेगी। गुलाब को किसी भी नाम से पुकारो, गुलाब ही रहेगा।” लेकिन लगता है कि नाम में बहुत कुछ रखा है। व्यवहार, …
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