मराठाओं को आरक्षण और मुसलमानों को मुँह में खजूर !

लोकसभा से :

मोहतरम जनाब चेयरमैन साहब, आपका बेहद शुक्रिया कि आपने मुझे एक अहम दस्तूर-ए-तरमीम ( संविधान संशोधन) बिल पर बोलने का मौका फ़राहम किया है। मोहतरम, मैं आपकी जानिब से बरसरे इक्तिदार जमात (सत्तापक्ष) को मुबारकबाद देना चाहता हूं कि

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कहानी मुस्लिम आरक्षण के विश्वासघात की !

संविधान सभी भारतीयों को न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व की गारंटी देता है चाहे वे किसी भी धर्म, जाति के हों या उनका कहीं भी जन्म हुआ हो। यह सिद्धांत रूप में भले ही सही हो लेकिन व्यवहार में कुछ

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