शिक्षा की विरासत लिए खडी हैं आदिलशाही लायब्ररियाँ

ध्यकालीन भारत में कई अभ्यासक, संशोधक और उच्चकोटी विद्वान थें। सभी ने भारत के बहुसांस्कृतिक सभ्यता और संमिश्र संस्कृति को शब्दो और ग्रंथों के माध्यम में संवर्धित किया।

मुग़लो के सत्ताशासन के बाद भारत के इस प्राचीन सभ्यता और संस्कृति को  दुनिया में पहुँची। …

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