भारतीय भाषाओं में कुऱआन के अनुवाद का रोचक इतिहास

भारत में इस्लाम के आगमन के साथ ही कुऱआन के भाषांतर का इतिहास शुरु होता है। इस ग्रंथ का पहला अनुवाद दसवीं सदी के आखिर का गुजराती (उर्दू) है, जिसकी भाषा मसनवी यूसुफ ए जुलैखासे भी पुरानी है।

इसके साथ

यहाँ क्लिक करें