अब्बास को फिल्मी दुनिया में मिलती थी ‘मुंह मांगी रकम !’

फिल्म निर्माता, निर्देशक, कलाकार, पत्रकार, उपन्यासकार, पब्लिसिस्ट और देश के सबसे लंबे समय यानी 52 साल तक चलने वाले अखबारी स्तंभ दि लास्ट पेजके स्तंभकार ख्वाजा अहमद अब्बास उन कुछ गिने चुने लेखकों में से एक

यहाँ क्लिक करें

अगर ना होते अमिताभ के मामू जान ख़्वाजा अहमद अब्बास

न दिनों अब्बास फ़िल्म सात हिंदुस्तानीके लिए अभिनेताओं की तलाश में थे। एक दिन ख़्वाजा अहमद अब्बास के सामने कोई एक लंबे युवा व्यक्ति की तस्वीर ले कर आया।

अब्बास ने कहा, “मुझे इससे मिलवाइए”। तीसरे दिन शाम के

यहाँ क्लिक करें

सिनेमा को बुराई कहने पर गांधी पर उखडे थे ख्वाजा अहमद अब्बास

हात्मा गांधी ने सिनेमा को जुआ, सट्टा, नशाखोरी आदि जैसी बुराईयों के साथ रखा था जिसका जवाब महान फिल्मकार ख्वाजा अहमद अब्बास नें एक खुले खत (Open Letter) में रूप से दिया था

जिसमें उन्होंने कहा था, गर कुछ लोग

यहाँ क्लिक करें