शायर-ए-इंकलाब ‘जोश मलीहाबादी’ पाकिस्तान क्यों चले गए?

र्दू अदब में जोश मलीहाबादी वह आला नाम है, जो अपने इंकलाबी कलाम से शायर-ए-इंकलाब कहलाए। उनके तआरुफ और अज्मत को बतलाने के लिए उनके हजारों शेर काफी है। वरना उनके अदबी खजाने में ऐसे-ऐसे कीमती हीरे-मोती हैं, जिनकी चमक

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लाज़वाब किस्सों से भरी थी जोश मलीहाबादी कि ज़िन्दगानी

किताबीयत : यादों की बरात

काम है मेरा तगय्युर (कल्पना), नाम है मेरा शबाब (जवानी)

मेरा नाम इंकलाबो, इंकलाबो, इंकिलाब।

उर्दू अदब में जोश मलीहाबादी वह आला नाम है, जो अपने इंकलाबी कलाम से शायर-ए-इंकलाब कहला। जोश का

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