क्या, कम्युनिस्ट होना था अन्नाभाऊ के उपेक्षा की वजह?

ग बदल घालूनी घाव, (दुनिया बदल दे..) सांगून गेले मला भीमराव, (कह चले भीमराव) गीत में अन्नाभाऊ कहते हैं, ‘पूंजीपतीयोंने हमेशा लुटा हैं, धर्मांधों ने छला हैं’, गीत में, जाति और वर्ग के शोषण के

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