न्या. रानडे के खिलाफ तिलक ने क्यों खोला था मोर्चा?

क्या न्या. रानडे एक महापुरुष थे? उनका व्यक्तित्व निःसंदेह महान था। यह भीमकाय व्यक्ति थे। यह आशावादी स्वभाव, मिलनसार तथा हंसमुख मनोवृत्ति एवं बहुमुखी क्षमता वाले व्यक्ति थे। उनमें सच्चाई थी, जो सब नैतिक गुणों का संगम है और उनकी सच्चाई इस

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