क्या इस्लाम महिलाओं को आधुनिकता से रोकता है?

ऊदी अरब कि शायरा (कवियित्री) हिसास हलाल (Hissas Hilal) ने 2010 में अपने देश में महिलाओं के प्रति सख्त प्रतिबंधों के खिलाफ बोली।

दरअसल उन्होंने एक टीवी चैनल कार्यक्रम में अपने गुस्से का इज़हार किया। सच माने तो यह विरोध की आवाज

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