वकृत्व और शाय़री का शौक रख़ती थीं हज़रत आय़शा

प्राचीन अरब साहित्य प्रगल्भ, संवेदनाक्षम और शैली कि विशेषता से अलंकारित है। इस्लाम के पूर्व अज्ञानता काल में अरब समाजजीवन पर इस साहित्य का काफी प्रभाव था। इसी साहित्य से अरबी सामजिक मानसिकता और सांस्कृतिक संरचना का भी दर्शन होता है।

पैगम्बर मुहंमद (स) …

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