सरकारी फ़ेलियर का जिन्दा दस्तावेज थी, गंगा में तैरती लाशें !

राज्यसभा से :

ह कोई भाषण की शक्ल में नहीं है, एक शोक संतप्त गणतंत्र का एक अदना नागरिक समझिये या एक जन प्रतिनिधि समझिये, उसकी ओर से कुछ बातें कही जा रही हैं। सबसे पहले माफीनामा उन तमाम लोगों को, …

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