जब बेनाम ख़ौफ़ से पिछा करती हैं ‘मौत की परछाईं !’

ज़िन्दगी में तीन बार मुझे लगा है कि मौत परछाईं की तरह बहुत पास से निकल गयी। आप यह भी कह सकते हैं कि मैं जिंदगी में तीन बार बहुत डरा हूं ।

इनमें से एक घटना में बारे में बताता हूँ।

ये सब

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