क्या भारत में विविधता के जश्न को नष्ट किया जा रहा है?

भारतीय मूल के प्रसिद्ध बुद्धिजीवी फ़रीद ज़कारिया महामारी की ज़िम्मेदारी किसी एक देश पर थोपने के बजाय चाहते हैं कि हम सब इससे कुछ सबक़ सीखें उनका तर्क है कि अगला वायरस भारत या किसी और देश से भी शुरू हो सकता

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