मजाज़ से मिलने लड़कियां चिठ्ठियां निकाला करती थीं

सूफी शायर उस्मान हारूनी के इस शेर का मतलब है।। मेरे महबूब ये तमाशा देख कि तेरे चाहने वालों के हूजूम में हूं और रूसवाइयों के साथ, बदनामियों के साथ, सरे बाज़ार में नाच रहा हूं।

उस्मान हारूनी के इस शेर की गर्मी मजाज़ …

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