शाहिद आज़मी ने कराई थी ‘दहशतगर्दों की पहचान?’

व्यवस्था ने जिन नौजवानों को गलत तरीके दहशतगर्दी के केसेस में फसाया था। 2010 के दशक में शाहिद आजमी उन नौजवानों की आवाज बन उभरे थें। मानवताविरोधी साम्प्रदायिक गुट ने 11 फरवरी 2010 को मुंबई के कुर्ला इलाके में स्थित टॅक्सीमेन कॉलनी के उनके

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