जोतीराव फुले कि ‘महात्मा’ बनने की कहानी

सवी 1847 में एक घटना घटी, जिससे जोतीराव फुले के महात्मा बनने की नियती लिखी जा चुकी थी। हुआ कुछ ऐसा कि नौजवान जोतीराव को अपने एक ब्राह्मण मित्र के शादी का आमंत्रण मिला।

वह उनका प्रिय मित्र था इसलिए वह अच्छे

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