क्या होती हैं ‘गंगा-जमुनी’ तहजीब?

विश्व हिन्दू परिषद के महासचिव मिलिन्द परांडे ने हाल में (सितंबर 2021, द टाईम्स ऑफ इंडिया) में कहा कि गंगा-जमुनी तहजीब (जिसे भारत में हिन्दू और मुस्लिम संस्कृति के संगम के लिए प्रयुक्त किया जाता है।) एक अप्रासंगिक और खोखली परिकल्पना है। उन्होंने कहा

यहाँ क्लिक करें