अन्नाभाऊ ने आम लोगों को संस्कृति से जोडा था

दूसरे विश्व युद्ध के दौरान, फासीवादी हिटलर ने सोवियत रूस पर आक्रमण किया। लाल सेना ने हिटलर के फासिवाद के खिलाफ जोरदार संघर्ष किया। इस सबका बख़ान करनेवाला एक पोवाडा अन्नाभाऊ नें 1942 में लिखा। जिसे काफी लोकप्रियता मिली। मुंबई में मज़दूर आंदोलनों

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