जब ग़ालिब ने कार्ल मार्क्स को वेदान्त पढने कि दी सलाह

र्दू में कई शायर मजदूरों के हक के लिए अपनी कलम उठाते रहे हैं। मिर्जा ग़ालिब उर्दू शायरी के बाबा आदम माने जाते हैं, उन्हीं से यह सिलसिला आम हुआ। ग़ालिब ने हुकूमत के खिलाफ मजदूरों के हक में आवाज उठाई। उनकी इसी शायरी

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