..और गांधी बोले, ‘बनिया हूँ और स्वराज्य हासिल करना मेरा धंधा है’
मुंबई में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की 7 अगस्त, 1942 को बैठक हुई। जिसमें भारत छोडों प्रस्ताव को मंजूरी मिली। इसके बाद महात्मा गांधी ने इसपर विस्तार से अपने विचार रखे। जिसमें उन्होंने कहा, सब लोगों ने इसे सोंच-समझकर स्वीकार करना हैं। उसके …
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