जामा मस्जिद में आज़ाद का भाषण : ‘तब्दीलियों के साथ चलो’

अंग्रेजी सरकार द्वारा आज़ादी मिलने के बाद भारत में सांप्रदायिक शक्तीयों के कारनामे जोर पकड़ रहे थे। जिसके परिणामस्वरूप स्थानिक मुसलमान वहशत में आ गए थे। उन्हें अपने अस्तित्व के साथ अस्मिता का संकट सता रहा था। ऐसे में कई लोग अपना वतन छोड़कर पड़ोसी

यहाँ क्लिक करें