दास्तान-ए-ग़दर के बाद बहादुर शाह ज़फ़र का क्या हुआ?

ह वो दौर था जब मुघलिया सल्तनत का सूरज डूबने वाला था, बहादुर शाह ज़फ़र की हुकूमत लाल क़िले की दीवारों के तक महदूद हो कर रह गई थी, ईस्ट इंडिया कंपनी ने मद्रास से लेकर कलकत्ता और बंबई से लेकर गुजरात

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