दंगो के डर से ब्रिटिशो नें घुटने टेके और गांधीजी हुई रिहाई

सौ साल पहले सन 1919 के मार्च महिने में गांधीजी द्वारा रौलेक्ट एक्ट का विरोध एक देशव्यापी सविनय सवज्ञा के कार्यक्रम के रूप शुरू हुआ। काला कानून बताकर महात्मा गांधी ने इस आंदोलन का नेतृत्व किया।

इस कानून से ब्रिटिश सरकार

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